।। जीती शराब ।।
।। जीती शराब ।।
शराब!
रोटी!
की लड़ाई…?
जीती शराब।
मैखाने खुले
शराब छलकी
बहुत दिनों से बंद
बोतलों से।
बहके कदम
भूले वो रास्ते
जहाँ जा कर
खिलानी थी
गरीब को रोटी,
उन्ही पैसों से
जिससे आई,
शराब!
हारी रोटी
जीती शराब।
भीड़
जो बन्द थी
इतने दिनों से
घरों में।
जो
लड़ रही थी
लड़ाई
देश को बचाने की।
आई बाहर।
हारी भीड़
जीती शराब।
हारी रोटी
जीती शराब।
हारी रोटी
जीती शराब।
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