।। सांस लेती हुई लाशें ।।

 ।। सांस लेती हुई लाशें ।।




सांस लेती हुई लाशों का हुज़ूम है चारो तरफ

क्या तुमने कोई ज़िंदा इंसान देखा है


जिधर देखो सांस लेती कुछ लाशें नज़र आती हैं

वो जिसे तुम ज़िंदा कहते हो

ध्यान से देखना उसको

देखना कि क्या वाक़ई ज़िंदा है

अरे हाँ रुको!

पहचानोगे कैसे कि ज़िंदा है?

क्या कहा! देखोगे कि सांस चल रही है या नहीं!

अरे हर सांस लेने वाला ज़िंदा कहाँ होता है

तो फिर कैसे जानोगे

कि ज़िंदा है या नहीं


तो जाना ज़रा पास

देखना ज़रा उसकी आँखों में

अगर ज़िंदा होगा

तो तुम्हें दिखाई देंगे कुछ सपने

दिखाई देंगे कुछ सपने

उसकी आँखों में


तो जाना ज़रा उसके पास

सुनना उसके दिल की धड़कन

अगर जिन्दा होगा तो

तुम्हें उसके ख़्वाब

सुनाई देंगे उसकी धड़कनों में

तुम्हें लगेगा 

कि उसका दिल यूँ ही नहीं धड़क रहा

बल्कि गा रहा है गीत

गा रहा है गीत कि वो ज़िंदा है

तुम्हें सुनाई देगा धन्यवाद

अगर वो संतुष्ट है तो

तुम्हें सुनाई देगा आक्रोश

अगर वो रुष्ट है तो

तुम्हे सुनाई देगा रुदन

अगर वो दुःखी है तो

पर अगर वो ज़िंदा हुआ

तो सन्नाटा नहीं होगा वहाँ


तो जाना ज़रा उसके पास

सुनना उसके विचारों को

अगर ज़िंदा हुआ

तो पाओगे कुछ नयापन

तो पाओगे उसके खुद के अनुभव का सार

तो पाओगे बहती हुई गंगा का जल

तो पाओगे मंद बहती हवा में मोगरे की खुशबू

तो पाओगे कोई ऐसा जो हर पल कुछ सीखना चाहता हो

तो पाओगे कोई ऐसा जो हर पल कुछ सीखना चाहता हो।


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