।। गिद्ध ।।
।। गिद्ध ।। गिद्धों ने कुछ नोचा कुछ खाया चोंच से वाह बोला डाली नज़र सामने पड़ी लाशों पर। आंखें सेकी लाशों को देख कर खुश हुआ फिर जाम उठाया अपनी पार्टी में शामिल किए और गिद्ध खूब नोचा खूब खाया मरते लोगों को दिया लालच खाने का और फिर सत्ता में आया। लाशों ने दिया फिर से गिद्धों को ही वोट फिर दिया मौका खाने का लाशों को। और लाशों ने फिर दिया मौका गिद्धों को। गिद्धों ने फिर कुछ नोचा कुछ खाया। ये सिलसिला यूँ ही चलता आया। #गिद्ध #authornitin #poem #poetry