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।। ज़र्रा-ज़र्रा ।।

  ।। ज़र्रा-ज़र्रा ।। ज़र्रा-२ है पुकारे नाम तेरा ऐ ख़ुदा तू क़माल करता है बादल आसमां बारिश सब में तू छुपा है ऐ ख़ुदा तू क़माल करता है रोशनी अंधेरा हर जगह ऐ ख़ुदा तू क़माल करता है बेहद मगरूर हैं ये लोग सारे संगेमरमर में समेटा है तुझको ऐ ख़ुदा तू क़माल करता है और बेहद ज़रूरी नहीं कि तू मिल जाये मुझे या किसी और को सहूलियत से तू ये सारा धमाल करता है नाचता है कभी मोर बन कर ऐ ख़ुदा तू क़माल करता है कमज़ोर से मज़बूत को भी हराता है कभी-२ ऐ ख़ुदा तू क़माल करता है #authornitin #poem #poetry 

।। क़त्ल ।।

  ।। क़त्ल ।। इसे क़त्ल मत कहिये जनाब के क़ातिल फ़रार है डर कैसा क़त्ल करने में जब अपनी ही सरकार है और हक़ दे पाएंगे नही ये लोग इनका ज़मीर अब और बीमार है नफ़रतें रग-रग में पाले बैठा ये समाज जाहिलों का बढ़ता हुआ एक बाज़ार है रुको मत लेकिन लड़ते रहो वो उतना ही डरपोक है जितना दलाल है रग-रग में खून भरा है उनके और आज खून में उबाल ही उबाल है #authornitin #poem #poetry

।। धुँआ ।।

  ।। धुआँ ।। धुआँ सब जगह दिख रहा है ये आग किसने लगाई है देश की बात करने को  ये धुनी किसने रमाई है ज़मीं के कर्ज़ बहुत हैं उनपर ये फसल बस इसलिए ही उगाई है वो अपना हक़ मांगने क्या आये किरकिरी आँख में उनके आई है ज़मीनो के झगड़े बहुत हैं पर ज़मीं के भाग में सदा रुसवाई है वो सरकार बना कर करतब दिखाए जाते हैं उनकी फितरत में ही सर्कस समाई है किसी के घर का चराग बुझा कर मुआवज़े की याद उन्हें आयी है गज़ब है न्याय देने की समझ उनकी आग लगाने वाले से ही अब सुनवाई है

।। मत पूछिए ।।

  ।। मत पूछिए ।। मत पूछिए कुछ भी, कि राज़ बस राज़ हैं सारे वो छुप-छुप के सभी कुछ यूँ ही कर जाते हैं, कैसे?  मत पूछिए, कि राज़ बस राज़ हैं सारे कि गिरगिट भी समझते हैं खेल यूँ ही छुप जाने का राज़ को  राज़ रखने का पर कैसे? मत पूछिए, कि राज  बस राज़  हैं सारे #authornitin #poem #poetry 

।। ये जो सजग जनता है ।।

  ।। ये जो सजग जनता है ।। ये जो सजग जनता है बेहद सजग है इतनी सजग कि  इसे तुरंत दिख जाता है किसी के फ्रिज में रखा मांस का टुकड़ा किस जानवर का है इतनी सजग कि  इसे घर बैठे दिख जाता है एक एक्टर का कातिल और कत्ल करने का तरीक़ा इतनी सजग कि रखती है राजनीति की हर एक ख़बर इतनी सजग कि इसे पता हैं राज़ सारे कि नेपोटिज़्म बॉलीवुड में है बीसीसीआई में नहीं इतनी सजग कि इसे पता है कि  पेट्रोल के दाम बढ़ने में देश का फ़ायदा है इतनी सजग कि इसे पता है दरबार की सारी उट्ठकबैठक बस नहीं पता तो उस गरीब के घर का रास्ता जो भूखा है कई दिनों से बस नहीं पता तो उसका पता जो कल बेरोज़गार हो गया बस नहीं पता तो उसका पता जिसकी आवाज़ को दबा दिया गया #authornitin #poem #poetry #poetrylover #hindikavita #hindipoem #कविता 

।। राय साहब की कैबिनेट ।।

  ।। रायसाहब की कैबिनेट ।। राय साहब ने  रायगढ़ के लिए नई कैबिनेट बनाई और बोले बधाई बोले कैबिनेट तो नई है पर ये भी  बोल नहीं पाएगी क्योंकि राय देना सिर्फ रायसाहब का हक़ है राय देना  सिर्फ़ रायसाहब का हक़ है कैबिनेट तो बस चेहरे हैं दिखाने की ख़ातिर वैसे भी  राय साहब की राय है कि राय सिर्फ उनसे ही ली जाए #authornitin #poem #poetry

।। डुबोना ।।

  ।। डुबोना ।। चंद लम्हों की बारिश ने  डुबोया है शहर सारा के तुमने प्यार से देखा ही था औऱ हम भी बस डूबे ही थे वो बारिश याद है मुझको आसमाँ भी डूबने को बेताब था सारा के तुमने प्यार से देखा ही था और हम बस डूबे ही थे #authornitin #poem #poetry