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Showing posts from July, 2020

।। The Games ।।

।। The Games ।।  The games Of blames Can turn you Into lames Try to change The games Of blames Try to change Games of blames Into games of let go Into games of looking forward Because it's your life It's your responsibility Turn the games of blames Into games of responsibility #authornitin #poem #poetry #the_games 

।। रुतबा ।।

।। रुतबा ।। बेहतरीन तो रुतबा हुआ करता है तेरा तुझे खुद भी नही पता कि क्या जलवा हुआ करता है तेरा यहाँ सभी यही कहते हैं कि दुनिया तूने ही बनाई है यहाँ सभी यही कहते हैं कि तू ही तो चलाता है ये दुनिया रखता है तू ही बादशाहत सारी बिखेरता है तू ही ये रोशनी सारी पर क्या तुझे फ़िकर है अपने रुतबे की पर क्या तू करता है कद्र अपने रुतबे की छोड़ रखा है अपना सारा मालिकाना हक़ तूने छोड़ रखी है अनाथों सी अपनी मिल्कियत तूने तभी तो ये दुनिया ऐसी है तभी तो ये दुनिया अनाथ जैसी है तभी तो बिलखते हैं कुछ बच्चे मां के साये के लिए और कुछ सड़कों पर पड़े निवाले के लिए तभी तो कुछ बच्चे अभी भी भूखे हैं तभी तो कुछ लोग अभी भी शोषित हैं और तभी सत्ता में बैठें है भेड़िये कुछ और तभी शोषण अभी जारी है और फिर भी  बेहतरीन तो रुतबा हुआ करता है तेरा तुझे खुद भी नही पता कि क्या जलवा हुआ करता है तेरा और फिर भी लोगों को अभी भी भ्रम है कि दुनिया तूने ही बनाई है और फिर भी लोगों को अभी भी भ्रम है कि तू ही चलाता है ये दुनिया और फिर भी लोगों को अभी भी भ्रम ह...

।। उम्र भर ।।

।। उम्र भर ।। वो सब्र करते रहे उम्र भर वो दर्द पीते रहे उम्र भर सोचते थे कि कभी तो वक़्त बदलेगा सोचते थे कभी तो आएगी उनको याद कभी तो वो लिखेंगे उनको चिट्ठी कभी भेजेंगे कोई संदेश वो करते रहे इंतेज़ार उम्र भर जागते रहे हर रात उम्र भर वो सब्र करते रहे उम्र भर वो दर्द पीते रहे उम्र भर मिले थे उससे उसी के घर के सामने नज़रें मिली थी उसी के घर के सामने मिलना फिर बढ़ने लगा था रातें अब दोनों के लिए ही तन्हा रहने लगी थीं वादा होने लगा था साथ देने का उम्र भर कहते थे वक़्त यूँ ही काटेंगे एक साथ उम्र भर वो सब्र करते रहे उम्र भर वो दर्द पीते रहे उम्र भर फिर एक दिन अचानक सब कुछ बदल गया वो हो गये किसी और के सोचा मिल के पूछ ही ले कि क्या थी वो मज़बूरी कि यूँ उन्हें होना पड़ा किसी और का पर वो पूछ ही न पाए उम्र भर और तड़पते रहे याद में यूँही उम्र भर  वो सब्र करते रहे उम्र भर वो दर्द पीते रहे उम्र भर #authornitin #poem #poetry #उम्र_भर 

।। तलाश ।।

।। तलाश ।। तलाश हम सभी के पास है पर मुझे है तलाश एक प्यास की जो बुझा दे हर प्यास की प्यास को एक तलब की जो ऐसी हो कि बाकी कोई तलब अब बाकी ही न रहे एक आरज़ू की जो भारी हो सभी आरजूओं पर एक तन्हाई की जो भीड़ में भी तन्हा कर जाए तलाश हम सभी के पास है पर मुझे है तलाश उस अक्स की जिसमें मेरी हक़ीक़त मुझे नज़र आ जाये उस शख्स की जो कहता है कि वो मेरे जैसा है और उस ख़ुदा की जो मुझ पर अपनी ख़ुदाई ज़ाहिर न करे उस ख़ुदा की जो मुझसे ये न कहे कि कुछ चाहिये तो पहले इबादत कर मेरी और मुझे है तलाश उस कुएं कि जो मेरे पास चल कर आये मेरी प्यास बुझाने को और है तलाश एक प्यास की एक प्यास की जो बुझा दे हर प्यास की प्यास को उसी प्यास की जो बुझा दे हर प्यास की प्यास को #authornitin #poem #poetry #तलाश 

'अंतर्मन को छू लेने वाला काव्य संग्रह' - दैनिक जागरण

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।। तुम हार मत मानना ।। उम्मीदें कम हो जाएं सवाल बढ़ जाएं कोई बात नहीं तुम हार मत मानना अंधेरा कितना भी घना हो सीधा न चल पाओ कोई बात नहीं तुम हार मत मानना चलते जाना हो जाये मुश्किल लड़खड़ाने लग जाएं कदम कोई बात नहीं तुम हार मत मानना कुछ नई बातें भी होंगी कुछ सीखने को भी मिलेगा बस डंटे रहना तुम हार मत मानना यूँ ही तो होती है ज़िन्दगी कभी मीठे तो कभी कड़वे अनुभव देती है कड़वे अनुभव आएं कोई बात नहीं तुम हार मत मानना सफर कितना भी बड़ा हो कितनी भी मुश्किलें आएं कोई बात नहीं तुम हार मत मानना #authornitin #poem #poetry Now the part of the book  #चलो_कुछ_जाग_जाएं । पुस्तक का हिस्सा है अब ये कविता। इसी तरह की और कविताओं को पढ़ने के लिए ज़रूर पढ़ें पुस्तक #चलो_कुछ_जाग_जाएं 'अंतर्मन को छू लेने वाला काव्य संग्रह' - दैनिक जागरण पढ़ने के लिए लिंक क्लिक करें- ईबुक https://amzn.to/3fyh9vP प्रिंट https://amzn.to/3no9cAt